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बेटी दो परिवार को बनाती है। सेवक जर्जर शरीर कामना करता है मौसम अच्छी शाम वो चाय हिन्दी कविता हिंदी कविता स्वागत करता है - "अहा मृत्यु !!" विश्वास लहरें दुनिया आवाज दीया काम सर्दियों बेटियों का सम्मान करें मूड सताती

Hindi बनाती Poems