फिर एक पल ऐसा आया, जब अपने सभी बने बेगाने। सूनी हो गई मेरी दुनिया, और लगी मैं आँसू बहा फिर एक पल ऐसा आया, जब अपने सभी बने बेगाने। सूनी हो गई मेरी दुनिया, और लगी मैं...
मिला था सपनों में एक फरिश्ता समझ ना आया उससे क्या है रिश्ता, मिला था सपनों में एक फरिश्ता समझ ना आया उससे क्या है रिश्ता,
खुली किताब के सफ़्हे उलटते रहते हैं हवा चले न चले दिन पलटते रहते है-------गुलज़ार खुली किताब के सफ़्हे उलटते रहते हैं हवा चले न चले दिन पलटते रहते है-------गुलज़ा...
ज़िन्दगी के हर मोड़ पर जब हम कुछ खो रहे होते हैं, तब साथ ही कुछ पा भी रहे होते हैं। इश्क़ भी इस से अछूत... ज़िन्दगी के हर मोड़ पर जब हम कुछ खो रहे होते हैं, तब साथ ही कुछ पा भी रहे होते हैं...
क्या पाया है और क्या खो कर आए हैं क्या पाया है और क्या खो कर आए हैं
फूल जैसा जन्म लेकर भारत बनकर आया था फूल जैसी माँ को पाकर एक धरती माँ को पाया था। फूल जैसा जन्म लेकर भारत बनकर आया था फूल जैसी माँ को पाकर एक धरती माँ...