सुहागिनों वाली लाल साड़ी डालकर, सनम तुम देवी के समान लगती हो। सुहागिनों वाली लाल साड़ी डालकर, सनम तुम देवी के समान लगती हो।
दुनियादारी का भूला हुआ, मुसाफिर साखी मनचला हूं लोग कहते है, मैं पगला हूं सादगी का व्यर दुनियादारी का भूला हुआ, मुसाफिर साखी मनचला हूं लोग कहते है, मैं पगला हूं सादगी ...
बस पगला सा गया हूँ इश्क़ में तेरे बेगाना हो गया हूँ ।। बस पगला सा गया हूँ इश्क़ में तेरे बेगाना हो गया हूँ ।।
अंधेर से गगन में इक रोशनी के उम्मीद की ही कमी थी, हार मानने के सौ पन्ने थे और आस की एक ही लकीर थी। ... अंधेर से गगन में इक रोशनी के उम्मीद की ही कमी थी, हार मानने के सौ पन्ने थे और आ...
पगला सा यह अंतर्मन अपना जाने, क्या क्या हमसे करवाता है...! पगला सा यह अंतर्मन अपना जाने, क्या क्या हमसे करवाता है...!