चलती है इनके कारण चार पहियों पर गाड़ी हमारी। इन्हीं से हर उठता तूफान सीमा से लौट जाता है चलती है इनके कारण चार पहियों पर गाड़ी हमारी। इन्हीं से हर उठता तूफान सीमा से लौ...
वोट उसी को दूंगा जो उगाएगा नव प्रभात फिर से! वोट उसी को दूंगा जो उगाएगा नव प्रभात फिर से!
एक दिन पैसे ने धर्म से कुछ यूं कह दिया, ये जहां है मेरा तेरा मोल है क्या! एक दिन पैसे ने धर्म से कुछ यूं कह दिया, ये जहां है मेरा तेरा मोल है क्या!
विद्या और साधना, विहित अनुशासन, विद्या और साधना, विहित अनुशासन,
निश्छल निर्विकार युग उत्कर्ष का पल पल पग भाग्य भारत का स्वाभिमान लिखूंगा ।। निश्छल निर्विकार युग उत्कर्ष का पल पल पग भाग्य भारत का स्वाभिमान लिखूंगा ।।
मेहनत, श्रम और लगन से हर काम सफल होता है... बस हिम्मत नहीं हारना, यही सिखाती है यह कविता... मेहनत, श्रम और लगन से हर काम सफल होता है... बस हिम्मत नहीं हारना, यही सिखाती है ...