आज चारागर उसकी रुखसती पे उदास था आज चारागर उसकी रुखसती पे उदास था
हर जगह मल का निकास और विकास करते हैं माफ करना दोस्तों पर मैं इस दौर से खुश नहीं हूँ। हर जगह मल का निकास और विकास करते हैं माफ करना दोस्तों पर मैं इस दौर से खुश नह...
खुद को निकाल आज खौफ से, आ जंग के जहान में। खुद को निकाल आज खौफ से, आ जंग के जहान में।