मैया हम हैं सहारे तेरे आये हैं द्वारे तेरे कब से नवाए हैं शीश रे! मैया हम हैं सहारे तेरे आये हैं द्वारे तेरे कब से नवाए हैं शीश रे!
दिखने के लिए उसको किसी बहाने से उसके घर जाना है! दिखने के लिए उसको किसी बहाने से उसके घर जाना है!
सजा लो हिया में उनको तुम अवध प्रभुराम आये हैं।। सजा लो हिया में उनको तुम अवध प्रभुराम आये हैं।।