अमूल्य धन संसार में,है मानुष व्यवहार जितना संचित जो करे उतना सुन्दर संसार ! अमूल्य धन संसार में,है मानुष व्यवहार जितना संचित जो करे उतना सुन्दर संसार !
मोहब्बत की नशा तो चढ़ी भी नहीं थी क्या करू दुनिया वाले ने नशा दे बैठे।। मोहब्बत की नशा तो चढ़ी भी नहीं थी क्या करू दुनिया वाले ने नशा दे बैठे।।
उस रोज़ लगा जिंदगी थम सी गई, थोड़ा सा बिखरी फिर संभल गई।। उस रोज़ लगा जिंदगी थम सी गई, थोड़ा सा बिखरी फिर संभल गई।।
प्यार से समझाने की बहुत कोशिश की रह-रहकर, मगर सब बेकार, बस बैठी थी वह एक ही रट लगाकर प्यार से समझाने की बहुत कोशिश की रह-रहकर, मगर सब बेकार, बस बैठी थी वह एक ही र...