लम्हे जिन्दगी के... यादों के बक्सों में धूल की चादर से लिपटे हूऐ.. लम्हे जिन्दगी के... यादों के बक्सों में धूल की चादर से लिपटे हूऐ..
उस रोज़ लगा जिंदगी थम सी गई, थोड़ा सा बिखरी फिर संभल गई।। उस रोज़ लगा जिंदगी थम सी गई, थोड़ा सा बिखरी फिर संभल गई।।
सबसे ख़ुश इंसान हैं वो जो खुशियां बांटा करते हैं सबसे ख़ुश इंसान हैं वो जो खुशियां बांटा करते हैं