घर को ख़ुशियों से भरो, अफ़वाह ना फैलाओ यार, घर को ख़ुशियों से भरो, अफ़वाह ना फैलाओ यार,
कैसे छोड़ दूँ मेरे साथी दरो-दीवार हैं कैसे छोड़ दूँ मेरे साथी दरो-दीवार हैं
हर घर कुछ कहता है, ऐसा कहते हुए सुना है। हर घर कुछ कहता है, ऐसा कहते हुए सुना है।
झूम -झूम के नाच-नाच के पीते भांग भी मौजों में... झूम -झूम के नाच-नाच के पीते भांग भी मौजों में...