किसी के लिए दर्द भुलाने की दवा थी, किसी के लिए आज़ादी की निशानी थी। किसी के लिए दर्द भुलाने की दवा थी, किसी के लिए आज़ादी की निशानी थी।
अब तो संभालो उठो चलो तुम छोड़ दो सिगरेट, बढ़े चलो तुम। अब तो संभालो उठो चलो तुम छोड़ दो सिगरेट, बढ़े चलो तुम।
टीस है बहुत ज़ख़्म तले मगर सहलाने की चाह जाग जाये अगर टीस है बहुत ज़ख़्म तले मगर सहलाने की चाह जाग जाये अगर
मैं अच्छे मन से गई थी पर उसके मुंह से आग़ बरस रही थी रिश्ते बचाने गई थी पर सारे रिश्ते-नाते ज़... मैं अच्छे मन से गई थी पर उसके मुंह से आग़ बरस रही थी रिश्ते बचाने गई थी पर...