अपनी ममता का हाथ सर पर तू रख जीवन हर पल में मन भर मैं जियूं। अपनी ममता का हाथ सर पर तू रख जीवन हर पल में मन भर मैं जियूं।
ख़ुदा-ऐ-हुस्न का दीदार हो तो पूछना उनसे । बना के क्यों बिगाड़ा देख बेचारा ज़माना है ख़ुदा-ऐ-हुस्न का दीदार हो तो पूछना उनसे । बना के क्यों बिगाड़ा देख बेचारा ज़म...
टीस है बहुत ज़ख़्म तले मगर सहलाने की चाह जाग जाये अगर टीस है बहुत ज़ख़्म तले मगर सहलाने की चाह जाग जाये अगर
ये उंचे पहाडों के मगरूर साये ये कहते उनको नजर तो मिलाये। ये उंचे पहाडों के मगरूर साये ये कहते उनको नजर तो मिलाये।
नहीं हूँ मैं चाँद सी,मैं अंगारा हूँ, ना हाथ लगाना,मैं जलती ज्वाला हूँ। नहीं हूँ मैं चाँद सी,मैं अंगारा हूँ, ना हाथ लगाना,मैं जलती ज्वाला हूँ।