जो सृजन करती है वह नारी ही है... नारी के बिना चराचर, ब्रह्माण्ड भी अधुरा है... असलिए हम सब नारी शक्त... जो सृजन करती है वह नारी ही है... नारी के बिना चराचर, ब्रह्माण्ड भी अधुरा है... अ...
उड़ान तुम्हारी बाहर-भीतर धरती-अम्बर नदिया-समंदर जीव-चराचर कहां-कहां उड़ा ले जाती जाने मुझको कैस... उड़ान तुम्हारी बाहर-भीतर धरती-अम्बर नदिया-समंदर जीव-चराचर कहां-कहां उड़ा ले ...