हममें हमारा विश्वास बनो भय लज्जा हमें सीमा में बाँधती हममें हमारा विश्वास बनो भय लज्जा हमें सीमा में बाँधती
हम तमाम भाषाओं का, सदा गुणगान करते है! भाषाएँ सारी बहने है, उनको प्रणाम करते है!! हम तमाम भाषाओं का, सदा गुणगान करते है! भाषाएँ सारी बहने है, उनको प्रणाम करते ...