क़िस्मत न थी मेरी ऐसी। क़िस्मत न है मेरी ऐसी। पका भोजन परोसा मिल जाए, समय पे क्षुधा आग बुझ जाए। ... क़िस्मत न थी मेरी ऐसी। क़िस्मत न है मेरी ऐसी। पका भोजन परोसा मिल जाए, समय पे ...
जन-जन के अंतर की दुविधा.. कैसे मिटाए क्षुधा.... कैसे मिटे क्षुधा. जन-जन के अंतर की दुविधा.. कैसे मिटाए क्षुधा.... कैसे मिटे क्षुधा.