मित्रों के संग, जी लें कुछ पल फिर से हम उन बीते बचपन के दिन को याद आती हैं, मित्रों के संग, जी लें कुछ पल फिर से हम उन बीते बचपन के दिन को या...
यूँ बाड़ आ गयी फफकना रुपी गर्जना हुई बादल ने कौतूहल मचाया मन बेचैनी से पगलाया पकड़ों की ... यूँ बाड़ आ गयी फफकना रुपी गर्जना हुई बादल ने कौतूहल मचाया मन बेचैनी से...
कड़वाहट में भी पल भर, मीठापन घोल जाती हैं कड़वाहट में भी पल भर, मीठापन घोल जाती हैं
पाने लगी हूँ अपने हर कौतूहल का जवाब! पाने लगी हूँ अपने हर कौतूहल का जवाब!