किसी एक धर्म के नहीं, बल्कि सारे धर्मों के हैं, धर्म निरपेक्ष। किसी एक धर्म के नहीं, बल्कि सारे धर्मों के हैं, धर्म निरपेक्ष।
तोते को मिर्च पसंद थी कौए को पसंद थी भिन्डी तोते को मिर्च पसंद थी कौए को पसंद थी भिन्डी
मीठी बोली भी लगती है कौए की अब काँव प्रिये मीठी बोली भी लगती है कौए की अब काँव प्रिये
सपने हर कोई देखता है पर उसे पूरा करने के लिए कुछ ही लोग दूर तक चल पाते हैं। जो रुक जाते हैं, किसी और... सपने हर कोई देखता है पर उसे पूरा करने के लिए कुछ ही लोग दूर तक चल पाते हैं। जो र...