छुड़ा दो कैद से मेरा मन चमन, गूंजेगी तभी धुन, बजेंगे सरगम। छुड़ा दो कैद से मेरा मन चमन, गूंजेगी तभी धुन, बजेंगे सरगम।
भारत रत्न तो थी ही वो पर विश्व रत्न था कण्ठ मे उनके। भारत रत्न तो थी ही वो पर विश्व रत्न था कण्ठ मे उनके।
मूक हुई स्वर कोकिला, हाय! रचो ना गीत मूक हुई स्वर कोकिला, हाय! रचो ना गीत
गांव सुन्दर मनोहर सृजन श्रृष्टि के, है हरीतिमा सरसता समेटे हुए । गांव सुन्दर मनोहर सृजन श्रृष्टि के, है हरीतिमा सरसता समेटे हुए ।
कोकिला सरोजिनी नायडू को, अवतरण दिवस पर , कोटि-कोटि प्रणाम।। कोकिला सरोजिनी नायडू को, अवतरण दिवस पर , कोटि-कोटि प्रणाम।।
गीत गाया पत्थरों ने जिन स्वरों में। आज दिल पत्थर किए वो इस फिज़ा में। गीत गाया पत्थरों ने जिन स्वरों में। आज दिल पत्थर किए वो इस फिज़ा में।