मैं मर के अमर हूँ न रोना कभी तुम। माथे से अपने मिटाना ना कुमकुम। लहराते झंड़े में मैं हूँ समाया... मैं मर के अमर हूँ न रोना कभी तुम। माथे से अपने मिटाना ना कुमकुम। लहराते झंड़...
ये क्या हाल तेरा आँखों में नदिया ? अश्कों से भीगी होगी चुनरिया। मैं क्यों यूं आया, यूं क्यों मै... ये क्या हाल तेरा आँखों में नदिया ? अश्कों से भीगी होगी चुनरिया। मैं क्यों यू...
जीते जी समझा होता गंगा सी आज खाक़ न उड़ती मेरी यूँ चिल्लाती..! जीते जी समझा होता गंगा सी आज खाक़ न उड़ती मेरी यूँ चिल्लाती..!
माथे पर कुमकुम की बिंदी ... और बेपरवाही से लपेटे बाल.. साक्षात अन्नपूर्णा लग रही थी.. माथे पर कुमकुम की बिंदी ... और बेपरवाही से लपेटे बाल.. साक्षात अन्नपूर्णा ...
रेशम की डोरी कुमकुम का टीका आशीष और प्रेम इसमें बहन का। रेशम की डोरी कुमकुम का टीका आशीष और प्रेम इसमें बहन का।
उस प्रेममयी कुमकुम को रक्तरंजित छाप में। उस प्रेममयी कुमकुम को रक्तरंजित छाप में।