कोमल कोमल पल्लव झूमे, हरियाली है लाई। कोमल कोमल पल्लव झूमे, हरियाली है लाई।
सबके घर में होवें किसानी। सगै जावै जेठ जिठानी। सबके घर में होवें किसानी। सगै जावै जेठ जिठानी।
आसों हमने धान लगाई, धान अभें तो पकनें ने पाई। आसों हमने धान लगाई, धान अभें तो पकनें ने पाई।
बसकारे में धान लगाई, दिन-दिन भर हम करत निदाई। बसकारे में धान लगाई, दिन-दिन भर हम करत निदाई।