ये वक्त भी गुजर जायेगा, इन्तजार करना मेरा वक्त भी आयेगा। ये वक्त भी गुजर जायेगा, इन्तजार करना मेरा वक्त भी आयेगा।
दूसरों की खता का ज़ख्म लेने के लिए खुद को न कर हाज़िर। दूसरों की खता का ज़ख्म लेने के लिए खुद को न कर हाज़िर।
काफिर काफिर की गूंजे थी, बचने की ना कोई राह थी काफिर काफिर की गूंजे थी, बचने की ना कोई राह थी
मज़दूर हूँ, मज़बूर हुआ हुँ मैं। आत्मबल से भरा हूँ, आत्मनिर्भर हुआ हूँ मैं। मज़दूर हूँ, मज़बूर हुआ हुँ मैं। आत्मबल से भरा हूँ, आत्मनिर्भर हुआ हूँ मैं।
उफ़्फ़ कैसे भूला दूँ वो रात, हुस्न था मेरी बाँहों में जिस रात। उफ़्फ़ कैसे भूला दूँ वो रात, हुस्न था मेरी बाँहों में जिस रात।
हैं काफिर तो क्या फिर जीने न दोगे खुदा के बिनाह पे गला घोँट दोगे ! हैं काफिर तो क्या फिर जीने न दोगे खुदा के बिनाह पे गला घोँट दोगे !