निकल चला था मैं उस घर की ओर, गुम थी बरसों से जिसकी चमक। दरवाजा खोला, चारों तरफ धूल, निकल चला था मैं उस घर की ओर, गुम थी बरसों से जिसकी चमक। दरवाजा खोला, चारों...
यह कविता बात है एक ऐकन वाली लड़की की। यह कविता बात है एक ऐकन वाली लड़की की।
अब तो जीने दो मुझको भी अपने हिसाब से। अब तो जीने दो मुझको भी अपने हिसाब से।
आपके प्यार में हम तो अंधे हो ही गऐ,साहब अब आप ही देख लो हमें मोहब्बत की ऐनक से।। आपके प्यार में हम तो अंधे हो ही गऐ,साहब अब आप ही देख लो हमें मोहब्बत की ऐनक स...
चश्मा पहने हर बच्चा , साइंटिस्ट मुझे नज़र आता। चश्मा पहने हर बच्चा , साइंटिस्ट मुझे नज़र आता।
ऐनक उतार कर मेज पे रखने के बाद, सब कुछ दिख रहा था पहले की तरह। ऐनक उतार कर मेज पे रखने के बाद, सब कुछ दिख रहा था पहले की तरह।