जिसके जज्बात मसाला हैं तमाशों के बाद महफ़िल न सुना बयान उसका। जिसके जज्बात मसाला हैं तमाशों के बाद महफ़िल न सुना बयान उसका।
मेरा और उसका ये रिश्ता बचपन से उसे प्यार मैं करता जवानी में ये गहरा हो गया उसे पता मेरा और उसका ये रिश्ता बचपन से उसे प्यार मैं करता जवानी में ये गहरा हो गया...
हमारी प्रेम कहानी का, सबसे खूसबूरत किस्सा बनता हमारी प्रेम कहानी का, सबसे खूसबूरत किस्सा बनता
लेटी हूँ फूलों से लदी तेरे इंतज़ार में बस तेरे इंतज़ार में। लेटी हूँ फूलों से लदी तेरे इंतज़ार में बस तेरे इंतज़ार में।
सारी रात उसका ही ख्याल आया, सोचूं मगर के क्योंकर आया? सारी रात उसका ही ख्याल आया, सोचूं मगर के क्योंकर आया?
शब्द शरीर भर नहीं होते इनके अंदर से भाव निकलते हैं। शब्द शरीर भर नहीं होते इनके अंदर से भाव निकलते हैं।