क्या प्रेम और क्या आजादी है, साथ तुम यार हो, बस यही काफी है।। क्या प्रेम और क्या आजादी है, साथ तुम यार हो, बस यही काफी है।।
सुनो! तुम एक वृक्ष हो सकते हो, फिर थोड़ी देर के लिए अपनी जड़ों के मध्य विश्राम क सुनो! तुम एक वृक्ष हो सकते हो, फिर थोड़ी देर के लिए अपनी जड़ों के मध्य...