ऐसे जीते हैं ज़िन्दगी यारों । रोज़ अपना हिसाब देखते हैं । ऐसे जीते हैं ज़िन्दगी यारों । रोज़ अपना हिसाब देखते हैं ।
गुलाब में गुलाब हो गुलाब की ही गुलाब हो गुलाब की पंखुड़ियों में समायी गुलाब हो गुलाब में गुलाब हो गुलाब की ही गुलाब हो गुलाब की पंखुड़ियों में समायी गुलाब हो
किस्सों में जो अब तक तुम सुनते आए सदियों से मेरा मुँह चूमता हुआ तुम्हें वही पुरनम परी दिखाएँगे किस्सों में जो अब तक तुम सुनते आए सदियों से मेरा मुँह चूमता हुआ तुम्हें वही पुर...
कई रोज़ बद फलक-इ-मेहताब आया है, आज शहर में उसके... एक बेताब आया है। कई रोज़ बद फलक-इ-मेहताब आया है, आज शहर में उसके... एक बेताब आया है।
खुशियां बंटते थे तकलीफें छंटते थे पल मुश्किल के भी सुकून बांटते थे आज खुशियां अपनी लगे खटक सा ... खुशियां बंटते थे तकलीफें छंटते थे पल मुश्किल के भी सुकून बांटते थे आज खुशि...
दिल को तोड़कर पैमाना बना लिया लेकिन, तेरी नज़र रहे या इसमें फिर शराब रहे...! दिल को तोड़कर पैमाना बना लिया लेकिन, तेरी नज़र रहे या इसमें फिर शराब रहे...!