खुशियां बंटते थे तकलीफें छंटते थे पल मुश्किल के भी सुकून बांटते थे आज खुशियां अपनी लगे खटक सा ... खुशियां बंटते थे तकलीफें छंटते थे पल मुश्किल के भी सुकून बांटते थे आज खुशि...
शाम आई है तपती हुई जल रहा है देखो मेरा बदन. शाम आई है तपती हुई जल रहा है देखो मेरा बदन.