ये और बात ! कि लड़के रोते नहीं !! कौनसी बात है वह...? तो चलिए, पढिए...!!! ये और बात ! कि लड़के रोते नहीं !! कौनसी बात है वह...? तो चलिए, पढिए...!!!
क्योंकि, ठोकरें ही तो क़िस्मत में हैं हँसी तो मैंने चुराई है ।। क्योंकि, ठोकरें ही तो क़िस्मत में हैं हँसी तो मैंने चुराई है ।।
ईर्ष्या का शिकार प्रत्येक मनुष्य होता, कुछ में कम कुछ में ज्यादा ईर्ष्या होती, ईर्ष्या का शिकार प्रत्येक मनुष्य होता, कुछ में कम कुछ में ज्यादा ईर्ष्या होती...
कर्तव्यों औ दायित्वों का स्तम्भ लड़के जुबां से दर्द बताते नहीं... जीवन के रक्षक औ मान बनाये इश्... कर्तव्यों औ दायित्वों का स्तम्भ लड़के जुबां से दर्द बताते नहीं... जीवन के रक...
पांच रुपया जो बचाने की सोचता हूं पर बीस रुपए की उधारी हो जाती है इस तरह मेरी फटी हुई जेब फटी की फ... पांच रुपया जो बचाने की सोचता हूं पर बीस रुपए की उधारी हो जाती है इस तरह मेरी फ...