जहाँ से जितना आया उतना ही वहाँ जाता है एक एक रिश्ते का हिसाब रखा जाता है। जहाँ से जितना आया उतना ही वहाँ जाता है एक एक रिश्ते का हिसाब रखा जाता है।
उसकी बंडी में छेद मिला चिलचिलाती धूप में मिला उसकी बंडी में छेद मिला चिलचिलाती धूप में मिला
महीने के वो दिन आखिरी, जेब फटी और चले उधारी, महीने के वो दिन आखिरी, जेब फटी और चले उधारी,
दाँव वो चला रही अदाओं से, दिल हमारा बड़ा जुआरी है। दाँव वो चला रही अदाओं से, दिल हमारा बड़ा जुआरी है।
वक़्त के कुतरे पंखों को काट आज कुछ मुस्कानें खरीद कर ही उड़ान भर लें वक़्त के कुतरे पंखों को काट आज कुछ मुस्कानें खरीद कर ही उड़ान भर लें
अब तेरा फँसना जारी है इंसान अब तेरी बारी है अब तेरा फँसना जारी है इंसान अब तेरी बारी है