ईर्ष्या मनुष्य को बर्बाद कर देती है
ईर्ष्या मनुष्य को बर्बाद कर देती है


ईर्ष्या मनुष्य के लिए खतरनाक होती,
ईर्ष्या मनुष्य को बर्बाद करती,
ईर्ष्या से मनुष्य अपना संतुलन खो देता,
ईर्ष्या से मनुष्य अपना आपा खो देता
ईर्ष्या अनेक खतरनाक घटनाओं को जन्म देती,
इर्ष्या मनुष्य को कातिल तक बना देती
ईर्ष्या का शिकार प्रत्येक मनुष्य होता,
कुछ में कम कुछ में ज्यादा ईर्ष्या होती,
ईर्ष्या मनुष्य को पागल तक बना देती,
ईर्ष्या से मनुष्य अपने दिमाग पर सन्तुलन खो देता,
ईर्ष्या सभी काल,सभी मनुष्यों में होती,
ईर्ष्या के कारण सभी बर्बाद तक हो जाते,
ईर्ष्या थोड़ी हो तो व्यक्ति इससे आगे बढ़ने को प्रेरित होता,
ईर्ष्या के कारण कभी कभी व्यक्ति आगे प्रगति भी करता,
ईर्ष्या पर नियन्त्रण आवश्यक होता,
ईर्ष्या को कभी भी अनियंत्रित नहीं होने देता,
ईर्ष्या न केवल व्यक्ति विशेष बल्कि सभी में होती,
ईर्ष्या अनेक राष्ट्रों में भी होती,
ईर्ष्या मनुष्य के लिए खतरनाक होती,
ईर्ष्या मनुष्य को बर्बाद करती,