उठो चलो अब अपने पथ पर, जो भी तुम संकल्प लिए हो। उठो चलो अब अपने पथ पर, जो भी तुम संकल्प लिए हो।
कभी काले घने बादलों से आच्छादित, कभी स्वच्छ निर्मल शुद्ध जैसे हो बर्फ की सफेद चादर। कभी काले घने बादलों से आच्छादित, कभी स्वच्छ निर्मल शुद्ध जैसे हो बर्फ की ...