'उम्रभर जिसे पाबंदियों के नीचे दबाई गई, लाश बनने के बाद कंधो पे उठाई गई है।' देश में लडकियों की दशा ... 'उम्रभर जिसे पाबंदियों के नीचे दबाई गई, लाश बनने के बाद कंधो पे उठाई गई है।' देश...
भूल जाओ ऐसा मुमकिन नहीं, दिल मे हूँ मैं ख्याल रखना।। भूल जाओ ऐसा मुमकिन नहीं, दिल मे हूँ मैं ख्याल रखना।।
न हाथों में गुलाल न खुशबू बहार की, तुम्हारी यादों के दीपक हजारों हजार की। न हाथों में गुलाल न खुशबू बहार की, तुम्हारी यादों के दीपक हजारों हजार की।