एक बार तूने ही कहा था गर देखना हो मुझे, तो चाँद देखना क्योंकि जितना निकलता यह तेरे घर उतना ... एक बार तूने ही कहा था गर देखना हो मुझे, तो चाँद देखना क्योंकि जितना निकलता...
और मैं फिर से उम्मीदों का दामन थाम लेती हूँ ! और मैं फिर से उम्मीदों का दामन थाम लेती हूँ !
इसके पहले कि तुम भटकते मेरा तुम्हें टोकना ही ठीक था। इसके पहले कि तुम भटकते मेरा तुम्हें टोकना ही ठीक था।
मुझे अच्छा लगता है, तुम्हारे उन हाथों का आलिंगन, मुझे अच्छा लगता है, तुम्हारे उन हाथों का आलिंगन,
लहू का उबाल तो हमारा खानदानी है, फ़िरभी सोच तो हमारी भी रूहानी है। लहू का उबाल तो हमारा खानदानी है, फ़िरभी सोच तो हमारी भी रूहानी है।
बिना कारण, इधर उधर की हाँकेंगे तोता उड़, मैना उड़ और गधा लोट करेंगे। बिना कारण, इधर उधर की हाँकेंगे तोता उड़, मैना उड़ और गधा लोट करेंगे।