किसान सात जन्म हैं रहते साथ पथ प्रदर्शन चैन सराहनीय-अनुकरणीय विद्या दो संस्कृतियों बहे प्रेम सरित सनातन आर्य संस्कृति पद पावन संस्कार अनुकरणीय आचरण और व्यवहार जिज्ञासु-ज्ञान पिपासु रहें खुशियों के संग भरपाई कमाई अनुकरणीय हो निज आचरण मुक्ति दे मानवता वर्तमान

Hindi अनुकरणीय Poems