हिय से तुम करो श्रवण हिय से तुम करो श्रवण
भोर का वो उगता सूरज देता है सबको इक आस, ऐसे ही तुम हो कुछ बहुत खास! भोर का वो उगता सूरज देता है सबको इक आस, ऐसे ही तुम हो कुछ बहुत खास!
जिस दिन सज धज कर करेगी याद मुझे उस दिन हमारी होली होगी जिस दिन सज धज कर करेगी याद मुझे उस दिन हमारी होली होगी
ज़िंदगी की परीक्षा में भी तू होगा उत्तीर्ण ज़िंदगी की परीक्षा में भी तू होगा उत्तीर्ण
मेरे नाम की परिभाषा पर हो सकूँ, कहो! कैसे मैं गर्वित मेरे नाम की परिभाषा पर हो सकूँ, कहो! कैसे मैं गर्वित
एहसास जगा, अलख जला, अलख जला, अँधियारा मिटा, एहसास जगा, अलख जला, अलख जला, अँधियारा मिटा,