Revolutionize India's governance. Click now to secure 'Factory Resets of Governance Rules'—A business plan for a healthy and robust democracy, with a potential to reduce taxes.
Revolutionize India's governance. Click now to secure 'Factory Resets of Governance Rules'—A business plan for a healthy and robust democracy, with a potential to reduce taxes.

Shakuntla Agarwal

Others

5.0  

Shakuntla Agarwal

Others

"याद बहुत आएँगे"

"याद बहुत आएँगे"

2 mins
416


जब भी हम या तुम चले जाएँगे,

याद बहुत आएँगे,

अंजान राही, कैसे बन गए हमराही,

पहले हमराह हुए, फ़िर हमनवाज़ हुए,

अब दो शरीर एक जान हुए !

लगता है धड़कने भी तुम्हारे दम से हैं,

तुम हो तो हम है !

कोई किसी के साथ नहीं जाता,

यही सोचकर मन घबराता है !

तुम न होगे तो, हम कैसे रह पायेंगे,

याद बहुत आयेंगे !

तुम्हारा आँगन में यूँ डोलना,

पायल की छम - छम का रस घोलना,

कनखियोँ से देखना और मुस्कुराना,

बात - बात पे ताने सुनाना,

घंटों बतियाना,

भूख नहीं होने पर भी, मनुहार करना,

क्या कभी भूल पायेंगे,

याद बहुत आयेंगे !

बन - संवर कर झेंपकर मुझे देखना,

चुपके से आये, आलिँगन में भर सराहे,

जुल्फों को हौले से झटकना,

शबनम के मोती टपकना,

वो माथे को चूमना,

भुला नहीं पाएंगे,

याद बहुत आएंगे !


शिकायत होने पर वो रूठना,

रूठकर वो मटकना,

करवट ले कसमसाना,

धीरे से हाथ को छूना,

अहसास कराना,

मुझे तुम्हारी फ़िक्र है,

बिन बोले ही सब कह देना,

आँखों के झरोखों से,

गलती का अहसास कराना,

भुला नहीं पाएंगे,

याद बहुत आएंगे !


बिन - बात डाँटना,

मेरी बात काटना !

मैं सही तुम गलत,

का डिठौरा दिखाना,

आँखों - आँखों में गुर्राना,

खुश होने पर,

आँखों से ही प्यार जताना,

भुला नहीं पाएंगे,

याद बहुत आएंगे !


ज़िन्दगी में रितापन तो आना है,

पहले मुझे या तुम्हें जाना है,

शिक़वे - शिकायतों में यूँ,

समय क्यों गवाना है !

चंद रोज़ और है बहारें,

फिर चमन वीराना है !

वीरानों में साँसों में महक जाएंगे,

याद बहुत आएंगे !


कुछ गलतियाँ मैंने की,

कुछ गलतियाँ तुमने की,

ग़लतियों के बोझ को,

सह नहीं पाएंगे,

उनको सोच, 

ख्यालों में मुस्कुरायेंगे,

याद बहुत आएंगे !


सात जन्म का वादा है,

पर इस जन्म में ही,

बिछड़ जाएंगे !

लाख बुलाने पर भी नहीं आएंगे !

जी भर के जी लो, ज़िन्दगी यारों,

"शकुन" फिर तो ख़्वाबों में भी ,

देखने को तरस जाएंगे,

भुला नहीं पाएंगे,

याद बहुत आएंगे !


Rate this content
Log in