वीर पुत्र
वीर पुत्र


जिस धरती पर जन्म लिया,
काम उसी के आए।
बलिदान जीवन देकर,
वो वीर पुत्र कहलाए।।।
आजादी की अमर धरोहर,
यह बात बतलाती है।
अमर शहीदों की कुर्बानी,
हर पल याद दिलाती है।।
देश की खातिर जिसने,
अपनी मिटाई हस्ती है।
तब जाकर हम गुलशन में,
पा रहे आजादी की यह मस्ती है।।
दूर हटो दुनिया वालों,
उस सैनिक की ललकार है।
मातृभूमि की बलवेदी पर,
उसकी जय जयकार है।।