उन्मुक्त
उन्मुक्त
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आपका अल्हड़पन
और हमारी बेबसी
उलझ गई जिंदगी
सुलझाए कैसे
बताओ रास्ता कोई
सुलझ जाये उलझन
और हो जाए मुक्त हम
मन-मस्तिष्क उन्मुक्त
उड़ना चाहता है आकाश में
कैद है प्यार के आगोश में
काश ! न होता प्यार
न होते कैद हम-तुम
और उड़ते खुले आकाश में
उन्मुक्त परिंदों की मानिंद
आपका अल्हड़पन
और हमारी बेबसी
उलझ गई जिंदगी
सुलझाए कैसे?
