STORYMIRROR

Mahima Gantayat

Others Children

3  

Mahima Gantayat

Others Children

तेरी मेरी यारी

तेरी मेरी यारी

1 min
160

भगवान ने तुझ जैसा फरिश्ता दिया है मुझे

जब भी रूठ जाऊं हंसा के काफी मनाया है तूने मुझे ।

दुश्मन तो है काई सारे 

पर तुझ जैसा दोस्त एक ही मिला है मुझे ।

तू अगर रूठेगा तो मुझे कौन हंसायेगा 

इस दोगलेपन की दुनिया में अपना कौन कहलायेगा ।

चल फिर से लड़ते हैं उन छोटी छोटी बातों पे

जो किसे हम छोड़ आये हैं इनमें कुछ सालो में ।

ऐ मेरे यार तेरे बिना तो बेकार है मेरी जिंदगी


ये जमाना मिसाल देती है

अपनी दोस्ती जैसी कृष्ण और सुदामा की ।


రచనకు రేటింగ్ ఇవ్వండి
లాగిన్