सत्य दफन होके भी पनपता है
सत्य दफन होके भी पनपता है
न्यायिक कलम कार लेखा कर बुद्धिजवी व् कैमरा अपने तथ्यों को शस्त्र तो दे
मगर लोभ लालच क्रूरता जेहाद पावर व् सत्ता सबूत जब मिटा दे तो न्याय कैसे दे ?
मीडिया ट्रायल कैमरा जनभावना को न्याय देवी आँख से पट्टी का पर्दा हटा पाएगी ?
सच्ची घटना दूसरी ओर ठोस सबूत की कमी को न्याय के तराजू में न्याय कैसे दे ?
बलवान सामर्थ्यवान सत्ता सिंहासन और कुबेरी भंडार न्याय खरीद सकता है तो
न्यायिक प्रमाणिकता इंसानियत मानवता और लाचार दरिद्रता को न्याय कैसे दे ?
सबको पेट है पेट पर पाटा या पेट पे कोठार की मज़बूरी से बाहर कौन आएगा ?
मर्डर मिस्ट्री और कुमति सामर्थ्य सत्ता सम्पप्तिवान से समाज को न्याय कैसे दे ?
मरजीवा ही देश समाज और दुनिया बदल सकता है सब असामाजिक भोरिंगो से
सत्य दफन हो के भी पनपता धैर्य सतत प्रयत्नशील प्रक्रिया को लगाव हो न्याय से