एक वृक्षात्मा...। एक वृक्षात्मा...।
उस धैर्यवान राही को क्या, कोई बाधा अब रोक सके उस धैर्यवान राही को क्या, कोई बाधा अब रोक सके
रुके ना तू झुके ना तू, बन जा आंधी, कि फिर थमे ना तू | मन में ज्वाला जलने दे, सपनो की नगरी बसने दे |... रुके ना तू झुके ना तू, बन जा आंधी, कि फिर थमे ना तू | मन में ज्वाला जलने दे, सप...
अथाह प्रेम सागर में डूबे, हुआ दो दिलों का ऐसा संगम। अथाह प्रेम सागर में डूबे, हुआ दो दिलों का ऐसा संगम।