उसकी चाहत से उसकी जरूरत मै बन गई. उसकी चाहत से उसकी जरूरत मै बन गई.
हां ज़िद है उसके साथ बात करने की। हां ज़िद है उसके साथ बात करने की।
मेरा मेहबूब चाँद मुझे खूब सताता है, रात भर बादलों में छुपता छुपाता है। मेरा मेहबूब चाँद मुझे खूब सताता है, रात भर बादलों में छुपता छुपाता है।
धड़कन गुनगुनाएं आंखों से जिगर में तीर चले। धड़कन गुनगुनाएं आंखों से जिगर में तीर चले।
ये बंधन नहीं ये है प्यारा सा आलिंगन बंध गया इसमें स्वच्छंद बेहद खूबसूरत है जीवन। ये बंधन नहीं ये है प्यारा सा आलिंगन बंध गया इसमें स्वच्छंद बेहद खूबसूरत है जी...
सोचती हूंँ कि क्या तुम्हें भी मेरी याद आती है? सोचती हूंँ कि क्या तुम्हें भी मेरी याद आती है?