शारदे वंदना
शारदे वंदना
शारदे माँ नमन तुमको
शारदे माँ नमन तुमको
शांति दे मेरे मन को।
अज्ञान को हराती माँ
ज्ञान -दीपक तुम जलाती माँ
जब कभी बिसरित हों जन
पथ उन्हें दिखाती माँ
कोटि कोटि वंदन तुमको
वीणावादिनी नमन तुमको
शारदे माँ नमन तुमको
शान्ति दे मेरे मन को।
तू सुरों की रानी माँ
मैं ठहरा अज्ञानी माँ
खोल मेरे मन का कपाट
तुमसा नही कोई ज्ञानी माँ
दो आशीष, अर्चन तुमको
श्वेतवस्त्रधारिणी नमन तुमको
शारदे माँ नमन तुमको
शान्ति दे मेरे मन को।
करना बुद्धि का विकास ,भारती
मन की कुवृत्तियों का नाश,भारती
मेरे मेधा और आचार तुमसे
करूँ मैं नित तुम्हारी आरती
मानस पटल पे रहना
नित देखे नयन तुमको
शतरूपा नमन तुमको
शारदे माँ नमन तुमको
शान्ति दे मेरे मन को।
तेरे बिन था जग अस्वर, बागेश्वरी
तूने दे दिया मधुर स्वर, बागेश्वरी
तेरे दिये नाद से जग मुस्कुरा रहा
अद्भुत तुम्हारा जगत को वर,बागेश्वरी
श्वेतपद्मासिनी नमन तुमको
शारदे माँ नमन तुमको
शान्ति दे मेरे मन को।
वीणावादिनी नमन तुमको
श्वेतवस्त्रधारिणी नमन तुमको
श्वेतपद्मासिनी नमन तुमको
वीणापाणी नमन तुमको
भारती नमन तुमको
सरस्वती नमन तुमको
वागेश्वरी नमन तुमको
वाणी नमन तुमको
वाग्देवी नमन तुमको
मधुरभाषिनी नमन तुमको
शारदा नमन तुमको
हंसासिनी नमन तुमको
ब्रम्हकांता नमन तुमको
शतरूपा नमन तुमको
शारदे माँ नमन तुमको
शारदे माँ नमन तुमको
शान्ति दे मेरे मन को।
