।।सच्चा दोस्त।।
।।सच्चा दोस्त।।
हजार दोस्त से अच्छा है,
एक दोस्त सच्चा मिल जाए।
करे दोस्ती दिल से जो,
न मतलब की प्रीति निभाए।
हरदम साथ निभाए मेरा,
सुख दुख में जो हाथ बटाए।
न करे दिखावा वह दोस्ती का,
सदा सत्य का मार्ग दिखाए।
जो झूठ फरेब से दूर सदा हो,
विश्वास भरा हो मन में जिसके।
मन मस्तिष्क स्वच्छ हो जिसका,
मन में स्वच्छ विचार हों जिसके।
कोमल मन कोमल विचार हों,
कोमल ही हो जिसकी वाणी।
ऐसा जो दोस्त बसा हो दिल में,
दे ऐसा दोस्त मां विद्या पाणी।
मद मदिरा से जो दूर सदा हो,
न कुविचार हो न कुपथ गामी।
संस्कार भरे हों मानवता के,
न चरित्र हीन हो न हो कामी।
