सौंदर्य
सौंदर्य
जीवन के हर क्षण में,
फूल काटें और भी,
बहुत कुछ सीखने की,
मिलती है कहीं,
धूप कहीं छाँव ,
कहीं रँग कहीं रुप ,
सौंदर्य की खोज में ,
जीवन की आपाधापी में ,
झील मिल रह जाती है ,
हृदय के उदगारों में,
रहस्यमयी आकांक्षा के,
रुप रंग की खोज में,
मन मस्तिष्क की ,
अनुभूतियों में ,
बिखर जाती है ,
क्या पता कब सौंदर्य की ,
खूबियाँ, लालिमा ,
गुम हो जाए ,
कोई नहीं जानता ,
ये मुस्कुराती हुई रश्मियाँ,
बिखर जाए ,
या आँखों से ओझल हो जाए,
मेरी नजर से देखो,
हमेशा नहीं रहती ,
जीवन की कलियों की,
अनुपम यादें , फरियादें,
और ना सौंदर्य की हुकूमत,
सिर्फ रह जाती है ये,
प्राकृतिक प्रेम भरी असलियत!