रक्षा के वचन का पर्व
रक्षा के वचन का पर्व
धागों से बना रक्षा के अनमोल वचन का पर्व,
बहन और भाई के अनूठे बंधन का पर्व,
ये पर्व जिसमें प्रेम है विश्वास है,
खट्टी-मीठी यादों का इसमें घुला एहसास है,
इस पर्व में बहनों की श्रद्धा भाई का अधिकार है,
कलाई में परिपक्व होता के एक अलग त्योहार है,
मन में चित्रित होते स्मृति पटल का पर्व,
एक दूसरे की हँसी में हँसते रिश्तों का पर्व,
ना केवल कच्चे धागों का है ये पक्के संबंधों का पर्व,
भाई के गर्व बहन की मुस्कुराहटों का पर्व,
इस पर्व में बहन की प्रार्थना है भाई के लिए हज़ारों
कामना है,
कहीं लड़कपन है इसी में कहीं सुदृढ़ सी साधना है,
रेशम के धागों में प्रेम सहेजता अनुपम सा पर्व,
पवित्रता के आंचल में लिपटा सद्भावना का पर्व,
बहन और भाई के अनूठे बंधन का पर्व,
धागों से बना रक्षा के अनमोल वचन का पर्व।