रहें सावधान!
रहें सावधान!
रहें सावधान!
न करें अभिमान।
बनाए रखें निज स्वाभिमान।
यह जीवन और तन
प्रभु का है वरदान।
करें सदुपयोग,
लक्ष्य का रख ध्यान।
रहें सावधान!
न करें अभिमान।
बनाए रखें निज स्वाभिमान।
करें विद्या-बल- बुद्धि अर्जित,
निर्बलों के हित का रखें ध्यान।
अहंकार से सदा बच कर रहें,
न करें कभी किसी का अपमान।
रहें सावधान!
न करें अभिमान।
बनाए रखें निज स्वाभिमान।
सबके संग मिल-जुलकर रहें,
शुभ कार्यों में करते रहें योगदान।
शुभ संकल्प के साथ रहें बढ़ते आगे,
आपकी सहायता सदा ही करेंगे भगवान।
रहें सावधान !
न करें अभिमान।
बनाए रखें निज स्वाभिमान।