राम वंदन
राम वंदन
बहुत दिनों के बाद आपको मिला,मेरे प्रभु!
आपका अपना निवास,
आज यही शुभ दिन आई है
नहीं हो रहा है ये मन को मेरे विश्वास।
यद्यपि हिन्दू मानस के आप है आराध्य,
आपके हैं हम क्षमाप्रार्थी,
कई साल आप तंबुओं में रहे अपना जन्मस्थान मैं थे आप शरणार्थी।
अच्छे दिन आये हैं आज
अयोध्या में आपका मंदिर है प्रतिष्ठा,
आप हमारे आदर्श हैं प्रभु,
धन्य है आपकी सत्यनिष्ठा।
नया मंदिर कर रहा है आपकी प्रतीक्षा
खुशी से नाच रहा है अयोध्या धाम,
यह मानव जीवन आप के दियाहुआ
एक ध्रुव सत्य रामनाम।
स्वागत है प्रभु, कदम बढ़ाइये
आपके नवनिर्मित मंदिर में हो विराजमान,
आपके आशीर्वाद से सम्पूर्ण विश्व धन्य हो,
यही बिनती तुम्हारे चरणों मैं श्री राम।
जय श्री राम।
