पता
पता

1 min

105
किनारे थे बाढ़ में
किनारा डूब गया
मझदार में आये तो अकेले थे
इंतजार किये तुम्हारा
सुना जो था मझधार में हो तुम
तुम नहीं मिले तो बन गये एक नाव
तैरने लगे मझधार में
किनारे आये तो तुम यहाँ भी नहीं मिले
कितना सुंदर किनारा है
बीच में नाव खड़ी है
अब ये मत कहना कि मैं डूब रहा हूँ
ये मत कहना कि कैसे पार लगूं
ये मत कहना बड़ी मुश्किल में हूँ।