STORYMIRROR

Govardhan Bisen 'Gokul'

Others

4  

Govardhan Bisen 'Gokul'

Others

परसा को झाड़

परसा को झाड़

1 min
174


ऋतुराज  बसंत को

आगमन को बेरामा |

पान झळ परसाका

फुल लगत तोरामा ||१||


रंग सेंदरी फुल को

बन  नैसर्गिक  रंग |

करो पंचमी साजरी

तुमी सबकोच संग ||२||


लाल रंग  दिस असो

लगी से झाड़ला आग |

फुल  को  रंग  लगसे

खेल्  से प्रकृति फाग ||३||


दिस आकार फुलको 

जसी मिट्टु की चोच |

मुन नाव  किंशुक बी

आय दुनियाकी सोच ||४||


एक  देठपर ओको

रवसेत   पान  तिन |

मुन  कहावत  भयी

परसाला पान  तिन ||५||


पान की बनावसेत

दोना अना पतराली |

पंगतमा   जेवनकी

बात रव्हसे निराली ||६||


परसाका   अदभुत 

दिव्य औषधीय गुन |

करो प्रकृतीकी रक्षा

भेटे  सबला  सुकून ||७||


Rate this content
Log in