परिवार
परिवार
रिश्ते खिलखिलाते हैं जहाँ,वो होता है परिवार,
जहाँ दौलत से नहीं प्रेम से भरा होता है भंडार,
सच्चे एहसासों से भरा सुखी जीवन का आधार,
खुशनसीब वो जिसे मिलता परिवार का उपहार,
हमारे जीवन का एक अनुपम उपहार है परिवार,
खुशियों का खजाना है यह जो होता पूरा संसार,
विश्वास की दहलीज़ पर यहाँ खुशियाँ गुनगुनाती,
अपनेपन के एहसास में उम्मीदों की उड़ान होती,
लफ़्ज़ों से नहीं भावनाओं से बंधा यहाँ हर रिश्ता,
परिवार अगर साथ है तो हर सपना साकार होता,
बड़े बुजुर्गों के आशीर्वाद से यहाँ संस्कार खिलता,
भाई-बहन की नोकझोंक से घर आंगन मुस्कुराता,
रोटी में बसा माँ का प्यार,मिले जन्नत का एहसास,
सब साथ मिलकर खाते जब,वो पल होता है खास,
जीना सिखाती है पिता की डांट सही राह दिखाती,
बड़ों की परवाह ही तो जीवन को प्रबल शक्ति देती,
परिवार से ही तो मिलता हमें आदर्श और संस्कार
हर मुश्किल में खड़ा होता परिवार बन कर दीवार,
दादा- दादी की नसीहतें,मजेदार किस्से कहानियाँ,
मिलकर सब रहते,खिलती हैं खुशियों की कलियाँ,
परिवार में सब साथ बैठकर करे जब हंसी ठिठोली,
भूल जाते दुख- दर्द सारे बातें लगती हैं मीठी गोली,
सुख- दुख बांट लेते हैं परिवार है खुशियों का द्वार,
जहाँ बिन धन दौलत के ही खुशियां मिलती अपार,
परिवार से बढ़कर ज़माने में कोई दौलत नहीं होती,
परिवार अगर साथ है तो जिंदगी फूलों सी महकती।