Manjul Manzar Lucknowi
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पहले कहा कि ठौर ठिकाना ख़राब है।
ऊपर से बोलते हो ज़माना ख़राब है।
कोई भी तीर ठीक निशाने पे न लगा,
नज़रें भटक गईं या निशाना ख़राब है।
जब भी दीपावली...
इंसान
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